लोग अच्छी से अच्छी गाड़ी खरीदने की कोशिश करते हैं, लेकिन गाड़ी का बीमा करवाने में लापरवाही बरतते हैं। लेकिन, वाहन बीमा न सिर्फ आपको आर्थिक नुकसान की भरपाई करता है, बल्कि कई तरह की कानूनी मुश्किलों से भी बचाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि वाहन बीमा क्यों आवश्यक होता है और इससे क्या फायदे होते हैं।
निंबू मिर्ची’ आपको ‘बुरी नज़र’ से तो बचा सकता है, परंतु अप्रत्याशित और असंभव घटनाओं से नहीं। इसके लिए बीमा बनाया गया था। यहां कुछ ऐसे उदाहरण दिए गए हैं जहां कार बिमा आपके काम आ सकता है।
आर्थिक रूप से आपको और आपकी कार को सुरक्षित रखने का सबसे बढ़िया तरीका Vehicle Insurance है। मान लीजिये आपके पास 1 वर्ष पुरानी हैचबैक है जिसकी बीमाकृत घोषित मूल्य (आई.डी.वी) रू. 4,00,000 है। लेकिन दुख की बात यह है, की आपके पास कार बीमा नहीं है।
सबसे पहले हम जानेंगे कि वाहन बीमा वाहन बीमा कितने प्रकार का होता है?
You May Also Like Insurance Kya Hota Hai
वाहन बीमा के प्रकार
आपको मिलने वाली बीमा सुरक्षा के हिसाब से वाहन बीमा दो प्रकार के होते है:-
- Third Party Insurance
- Comprehensive Coverage
1. Third Party Insurance
आपके वाहन से किसी अन्य वाहन, व्यक्ति या संपत्ति को जो नुकसान पहुंचता है, उसकी भरपाई Third-party insurance policy के माध्यम से होती है। ऐसी घटनाओं के बाद, मुआवजा निर्धारण के लिए, जो कानूनी प्रक्रियाएं होंगी, उनसे निपटने की जिम्मेदारी भी बीमा कंपनी की होती है।
- थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के साथ आपको 15 लाख का Compulsory Personal Accident Insurance (अनिवार्य व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा) भी मिलता है। इससे वाहन मालिक की मौत या परमानेंट विकलांगता की स्थिति में 15 लाख रुपए तक मुआवजा मिलता है
2. Comprehensive Insurance
थर्ड पार्टी बीमा के साथ जब Own Damage Policy भी एक ही पैकेज में शामिल करके ली जाती है तो उसे कॉम्प्रिहैन्सिव पॉलिसी कहते हैं इसे संपूर्ण बीमा पॉलिसी भी कहते हैं। इसमें आपके वाहन से किसी दूसरे वाहन, व्यक्ति और संपत्ति को नुकसान का मुआवजा तो बीमा कंपनी भरती ही है, आपके खुद के वाहन को हुए नुकसान की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है। यानी कि आपको Third party insurance और Own Damage Cover, दोनों का फायदा कंप्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी से मिलता है। कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस लेने पर आपको कई प्रकार के Add On Covers (सहायक बीमा पॉलिसियां) भी जुड़वाने की सुविधा मिलती है।
वाहन की कैटेगरी के अनुसार इंश्योरेंस के प्रकार
वाहन की कैटेगरी के हिसाब से, वाहन बीमा तीन प्रकार के होते हैं।
- Car Insurance
- Two Wheeler Insurance
- Commercial Vehicle Insurance
Car Insurance
किसी हादसे की स्थिति में, वाहन को होने वाले नुकसान की भरपाई की सुविधा मिलती है। प्राकृतिक आपदा (natural calamities) या मानव जनित हादसे (man-made calamities) की स्थिति में भी वाहन को होने वाले नुकसान की भरपाई भी इस Insurance के तहत कवर होता है। बहुत सी कंपनियां अब कार बीमा के साथ, उसी के एक हिस्से के रूप में medical insurance भी उपलब्ध कराने लगी हैं।
Two Wheeler Insurance
दो पहिया वाहन बीमा के तहत भी third party liability के साथ-साथ खुद के वाहन को हुए नुकसान की भरपाई की सुविधा दी जाती है। इस तरह का बीमा सडक हादसों के अलावा प्राकृतिक व मनुष्य के हाथों हुए हादसे (Natural And Man made Calamity) पर भी सुरक्षा प्रदान करता है। सामान्यत: यह बीमा एक साल के लिए होता है।
Also read Insurance Kitne Prakaar ka hota hai
Commercial Vehicle Insurance
ऐसे सभी वाहन जिनका प्रयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए होता है, जैसे कि बस, ट्रक, एंबुलेंस, लोडर, कैंटर, मल्टी यूटिलिटी वाहन, कृषि वाहन वगैरह। इनका बीमा व्यावसायिक Vehicle Insurance के तहत होता है। commercial vehicle insurance भी हादसा या आपदा की स्थिति में हुए नुकसान से निपटने की सुरक्षा प्रदान करती है।
Road Accident की स्थिति में; किसी अन्य व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान की भरपाई के अलावा मौत या शारीरिक क्षति (death/injury) के claims की सुविधा भी इस तरह की बीमा पॉलिसी का हिस्सा होते हैं।
वास्तव में, बीमा पॉलिसी चुनते वक्त तीन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
1. सबसे पहले आपको देखना है की किस बीमा कंपनी की बाजार में साख यानि (Credit) कैसी है? क्योंकि सर्विस की सुलभता और तेजी पर इसमें फर्क पडता है |
2. दूसरी आपको देखना की वह आपको कवरेज कौन-कौन से और कितना दे रही है? (खुद का और थर्ड पार्टी के लिए भी)
3. तीसरी आपको देखना है की आपकी ओर से भरे जाने वाले प्रीमियम की मात्रा क्या है? साथ में चेक कर लेना है की क्या आपसे थोडी सुविधा देकर ज्यादा तो नहीं वसूल रही है |
तीनों तथ्यों को ध्यान में रखते हुए जो सर्वश्रेष्ठ विकल्प (Option) लगे, उसका चयन आप कर सकते हैं।
One comment
Pingback: Life Insurance - Naveentalk